रजोनिवृत्ति के बाद हड्डियां कैसे कमजोर होती हैं – भारतीय महिलाओं के दृष्टिकोण से

रजोनिवृत्ति के बाद हड्डियां कैसे कमजोर होती हैं – भारतीय महिलाओं के दृष्टिकोण से

रजोनिवृत्ति और भारतीय महिलाओं में हड्डियों का स्वास्थ्यरजोनिवृत्ति, जिसे हिंदी में मेनोपॉज भी कहा जाता है, हर महिला के जीवन का एक प्राकृतिक चरण है। आमतौर पर यह 45 से…
भारत में तंत्रिका रोगों के लिए उभरती हुई उपचार विधियाँ

भारत में तंत्रिका रोगों के लिए उभरती हुई उपचार विधियाँ

1. भारतीय संदर्भ में तंत्रिका रोगों की स्थितिभारत में तंत्रिका रोगों का प्रचलन पिछले कुछ दशकों में तेजी से बढ़ा है। बदलती जीवनशैली, बढ़ता तनाव, वायु और जल प्रदूषण, साथ…
वृद्धजन पुनर्वास हेतु सरकारी योजनाएँ और उनकी पहुँच

वृद्धजन पुनर्वास हेतु सरकारी योजनाएँ और उनकी पहुँच

भारत में वृद्धजन पुनर्वास की आवश्यकताभारतीय समाज में समय के साथ वृद्धजनों की भूमिका में महत्वपूर्ण बदलाव आया है। पहले जहाँ संयुक्त परिवार प्रणाली में बुजुर्गों को सम्मान और देखभाल…
पुनर्वास केंद्रों में योग और ध्यान का महत्व

पुनर्वास केंद्रों में योग और ध्यान का महत्व

पुनर्वास केंद्रों में योग और ध्यान का परिचयभारत में पुनर्वास केंद्रों की भूमिका केवल चिकित्सीय उपचार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य की समग्र देखभाल…
महिलाओं में पोस्टपार्टम डिप्रेशन: पहचाने, उपचार और पुनर्वास

महिलाओं में पोस्टपार्टम डिप्रेशन: पहचाने, उपचार और पुनर्वास

1. पोस्टपार्टम डिप्रेशन क्या है?पोस्टपार्टम डिप्रेशन (PPD) वह मानसिक स्थिति है, जिसमें गर्भावस्था के बाद महिलाओं को उदासी, थकान, चिंता और निराशा जैसी भावनाएं महसूस होती हैं। यह सामान्य डिलीवरी…
भारतीय संदर्भ में फिजियोथेरेपिस्टों की मोबाइल ऐप्स को लेकर राय और अनुभव

भारतीय संदर्भ में फिजियोथेरेपिस्टों की मोबाइल ऐप्स को लेकर राय और अनुभव

1. फिजियोथेरेपी का बदलता परिदृश्य: मोबाइल ऐप्स का महत्वभारत में स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटलीकरण की दिशा में लगातार प्रगति हो रही है और फिजियोथेरेपी भी इस बदलाव से अछूती नहीं…
पारंपरिक उपचार बनाम आधुनिक फिजियोथेरेपी: क्या चुनें?

पारंपरिक उपचार बनाम आधुनिक फिजियोथेरेपी: क्या चुनें?

1. परंपरागत उपचार क्या है?भारत में जब भी स्वास्थ्य की बात आती है, तो परंपरागत उपचार पद्धतियाँ हमारी सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न हिस्सा रही हैं। आयुर्वेद, यूनानी और घरेलू नुस्खे…
स्पाइनल कॉर्ड इंजरी के बचाव के पारंपरिक एवं आधुनिक उपाय

स्पाइनल कॉर्ड इंजरी के बचाव के पारंपरिक एवं आधुनिक उपाय

पीठ की हड्डी और स्पाइनल कॉर्ड इंजरी का परिचयस्पाइनल कॉर्ड इंजरी, यानी रीढ़ की हड्डी में चोट लगना, एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो भारतीय समाज में तेजी से ध्यान…
स्कोलियोसिस प्रबंधन में आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा की उपयोगिता

स्कोलियोसिस प्रबंधन में आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा की उपयोगिता

1. स्कोलियोसिस की समझ: भारत में सामाजिक परिप्रेक्ष्यभारतीय समाज में जब स्वास्थ्य और रोगों की बात होती है, तो पारंपरिक मान्यताएँ और सांस्कृतिक दृष्टिकोण महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्कोलियोसिस, यानी…
दूरदराज़ क्षेत्रों में विकलांग लोगों के लिए टेली-रिहैबिलिटेशन का प्रभाव

दूरदराज़ क्षेत्रों में विकलांग लोगों के लिए टेली-रिहैबिलिटेशन का प्रभाव

1. परिचयभारत का एक बड़ा हिस्सा दूरदराज़ और ग्रामीण क्षेत्रों में बसा हुआ है, जहाँ रोज़मर्रा की ज़िंदगी में कई तरह की चुनौतियाँ सामने आती हैं। इन क्षेत्रों में रहने…