फिजियोथेरेपी के द्वारा क्रॉनिक पेन मैनेजमेंट: भारतीय सन्दर्भ में दृष्टिकोण

फिजियोथेरेपी के द्वारा क्रॉनिक पेन मैनेजमेंट: भारतीय सन्दर्भ में दृष्टिकोण

1. भारतीय समाज में क्रॉनिक पेन की समझ और सामाजिक प्रभावभारत में क्रॉनिक पेन या दीर्घकालिक दर्द को अक्सर सामान्य जीवन का हिस्सा मान लिया जाता है। लोग इसे उम्र…
ऑस्टियोआर्थराइटिस में फिजियोथेरेपी की भूमिका: वरिष्ठ नागरिकों के लिए व्यावहारिक सलाह

ऑस्टियोआर्थराइटिस में फिजियोथेरेपी की भूमिका: वरिष्ठ नागरिकों के लिए व्यावहारिक सलाह

1. ऑस्टियोआर्थराइटिस का परिचय और भारतीय वरिष्ठ नागरिकों में इसकी व्यापकताऑस्टियोआर्थराइटिस क्या है?ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) एक प्रकार की गठिया है, जिसमें जोड़ों का कार्टिलेज धीरे-धीरे घिस जाता है। इससे हड्डियों के…
वृद्धावस्था में आम शारीरिक समस्याएँ और उनकी फिजियोथेरेपी से देखभाल

वृद्धावस्था में आम शारीरिक समस्याएँ और उनकी फिजियोथेरेपी से देखभाल

1. बुढ़ापे में सामान्य शारीरिक समस्याएँभारत में वृद्धावस्था के दौरान आम परेशानियाँजैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं जो कई बार आम समस्याओं का कारण…
उम्र बढ़ने के साथ फिजियोथेरेपी: वरिष्ठ नागरिकों की आवश्यकताएँ और समाधान

उम्र बढ़ने के साथ फिजियोथेरेपी: वरिष्ठ नागरिकों की आवश्यकताएँ और समाधान

1. उम्र बढ़ने के साथ शरीर में आने वाले सामान्य परिवर्तनजैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, शरीर में कई तरह के बदलाव आना स्वाभाविक है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए इन परिवर्तनों…