हृदय रोगियों के लिए संतुलित आहार के महत्व और मूल सिद्धांत

हृदय रोगियों के लिए संतुलित आहार के महत्व और मूल सिद्धांत

1. हृदय रोगियों के लिए संतुलित आहार का महत्वभारतीय संदर्भ में हृदय स्वास्थ्य और आहारभारत में हृदय रोग के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। भागदौड़ भरी जीवनशैली, बाहर का तला-भुना…
दिल की सर्जरी के बाद व्यायाम के लिए डॉक्टर की सलाह का पालन कैसे करें

दिल की सर्जरी के बाद व्यायाम के लिए डॉक्टर की सलाह का पालन कैसे करें

हार्ट सर्जरी के बाद शुरुआती सावधानियाँभारतीय घरों में दिल की सर्जरी के बाद क्या-क्या ध्यान रखें?दिल की सर्जरी के बाद आपके शरीर को पूरी तरह से स्वस्थ होने के लिए…
कार्डियक पुनर्वास में योग और ध्यान का महत्व

कार्डियक पुनर्वास में योग और ध्यान का महत्व

कार्डियक पुनर्वास के भारतीय परिप्रेक्ष्य में योग का ऐतिहासिक महत्त्वभारत में योग की प्राचीन परंपरायोग भारत की हजारों वर्षों पुरानी विरासत है। वेदों और उपनिषदों में भी योग के अभ्यास…
दिल के दौरे के बाद व्यायाम: भारतीय जीवनशैली के अनुसार शुरुआती कदम

दिल के दौरे के बाद व्यायाम: भारतीय जीवनशैली के अनुसार शुरुआती कदम

1. दिल के दौरे के बाद व्यायाम क्यों जरूरी हैभारत में दिल के दौरे (हार्ट अटैक) के बाद जीवन में कई बदलाव आते हैं। ऐसे समय पर, व्यायाम को अपनी…
मुद्रा सुधार के लिए योगासन: बच्चों में रीढ़ की हड्डी के स्वास्थ्य के लिए भारतीय योग की व्यावहारिक विधियाँ

मुद्रा सुधार के लिए योगासन: बच्चों में रीढ़ की हड्डी के स्वास्थ्य के लिए भारतीय योग की व्यावहारिक विधियाँ

आधुनिक दौर में बच्चों की मुद्रा की चुनौतियाँआज के समय में बच्चों की रीढ़ की हड्डी पर पड़ने वाला दबाव बहुत बढ़ गया है। भारतीय समाज में भी, अब बच्चे…
बच्चों में स्कोलियोसिस: पारंपरिक भारतीय घरेलू उपचारों की भूमिका

बच्चों में स्कोलियोसिस: पारंपरिक भारतीय घरेलू उपचारों की भूमिका

1. स्कोलियोसिस क्या है और बच्चों में इसके सामान्य कारणस्कोलियोसिस की संक्षिप्त व्याख्यास्कोलियोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें रीढ़ की हड्डी (स्पाइन) साइड की ओर मुड़ जाती है या झुक…
स्कोलियोसिस: कारण, लक्षण और भारतीय संदर्भ में प्रारंभिक पहचान के उपाय

स्कोलियोसिस: कारण, लक्षण और भारतीय संदर्भ में प्रारंभिक पहचान के उपाय

1. स्कोलियोसिस क्या है?स्कोलियोसिस की परिभाषास्कोलियोसिस एक ऐसी चिकित्सा स्थिति है जिसमें रीढ़ की हड्डी (स्पाइन) सामान्य सीधी रेखा के बजाय साइड की ओर मुड़ जाती है। इसे आमतौर पर…
भारत में ऑटिज़्म वाले बच्चों के लिए विशेष स्कूल और शिक्षा प्रणाली

भारत में ऑटिज़्म वाले बच्चों के लिए विशेष स्कूल और शिक्षा प्रणाली

1. भारत में ऑटिज़्म: संक्षिप्त परिचयऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ASD) क्या है?ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ASD) एक न्यूरोडिवेलपमेंटल विकार है, जिसका असर बच्चों की सामाजिक, संवाद और व्यवहारिक क्षमताओं पर पड़ता है।…
ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर में प्रारंभिक पहचान और निदान के तरीके

ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर में प्रारंभिक पहचान और निदान के तरीके

1. ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर का परिचय और भारत में उसका महत्वऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर क्या है?ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ASD) एक न्यूरोडेवलपमेंटल स्थिति है, जिसमें व्यक्ति के सामाजिक व्यवहार, संवाद करने की…
बच्चों में ऑटिज़्म: कारण, लक्षण और बाल पुनर्वास की भूमिका

बच्चों में ऑटिज़्म: कारण, लक्षण और बाल पुनर्वास की भूमिका

1. ऑटिज़्म क्या है? – एक संक्षिप्त परिचयऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ASD) एक न्यूरो-विकास संबंधी स्थिति है, जो बच्चों के सामाजिक, संचार और व्यवहारिक कौशल को प्रभावित करती है। भारत में…