चिरकालिक पीड़ा के लिए आयुर्वेदिक एवं फिजियोथेरेपी का एकीकृत दृष्टिकोण

चिरकालिक पीड़ा के लिए आयुर्वेदिक एवं फिजियोथेरेपी का एकीकृत दृष्टिकोण

1. चिरकालिक पीड़ा: भारतीय समाज में चुनौती और प्रभावभारतीय समाज में दीर्घकालिक पीड़ा की स्थितिभारत में चिरकालिक पीड़ा, जिसे हम आम बोलचाल की भाषा में पुराना दर्द या लंबे समय…
आयुर्वेदिक दर्द प्रबंधन बनाम आधुनिक चिकित्सा : एक तुलनात्मक अध्ययन

आयुर्वेदिक दर्द प्रबंधन बनाम आधुनिक चिकित्सा : एक तुलनात्मक अध्ययन

आयुर्वेदिक दर्द प्रबंधन के सिद्धांत और विधियाँभारत में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति सदियों से चली आ रही है और यह भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। जब हम दर्द प्रबंधन की…
भारतीय संस्कृति में औषधीय जड़ी-बूटियों के प्रयोग द्वारा सर्जरी के बाद दर्द का इलाज

भारतीय संस्कृति में औषधीय जड़ी-बूटियों के प्रयोग द्वारा सर्जरी के बाद दर्द का इलाज

भारतीय चिकित्सा परंपरा और औषधीय जड़ी-बूटियाँभारत में चिकित्सा का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। यहाँ की परंपरागत चिकित्सा प्रणालियाँ जैसे आयुर्वेद, सिद्ध और यूनानी, औषधीय जड़ी-बूटियों के उपयोग पर आधारित…
पोस्ट-सर्जिकल दर्द का प्रकार : कारण, लक्षण और उसका आकलन

पोस्ट-सर्जिकल दर्द का प्रकार : कारण, लक्षण और उसका आकलन

1. सर्जरी के बाद दर्द के प्रकारभारतीय रोगियों में आम पोस्ट-सर्जिकल दर्द के प्रकारसर्जरी के बाद दर्द होना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन हर व्यक्ति के लिए इसका अनुभव अलग…
सर्जरी के बाद दर्द प्रबंधन की आवश्यकता: भारतीय रोगियों के लिए मार्गदर्शन

सर्जरी के बाद दर्द प्रबंधन की आवश्यकता: भारतीय रोगियों के लिए मार्गदर्शन

1. सर्जरी के बाद दर्द को समझनासर्जरी के बाद दर्द के प्रकारभारतीय मरीजों के लिए, सर्जरी के बाद दर्द एक सामान्य अनुभव है, लेकिन इसके प्रकार और कारण अलग-अलग हो…
माइग्रेन के लिए भारतीय घरेलू उपचार: आयुर्वेदिक और प्राकृतिक दृष्टिकोण

माइग्रेन के लिए भारतीय घरेलू उपचार: आयुर्वेदिक और प्राकृतिक दृष्टिकोण

1. माइग्रेन क्या है: लक्षण और भारतीय परिप्रेक्ष्यमाइग्रेन एक तरह का तेज़ सिरदर्द है, जो अक्सर सिर के एक तरफ़ महसूस होता है। यह दर्द घंटों या कई बार दिनों…
भारत में सिरदर्द के पारंपरिक और आधुनिक उपचार विधियाँ

भारत में सिरदर्द के पारंपरिक और आधुनिक उपचार विधियाँ

1. सिरदर्द की भारतीय पारंपरिक समझभारत में सिरदर्द के बारे में पारंपरिक सोचभारत में सिरदर्द को आमतौर पर रोज़मर्रा की समस्या माना जाता है। कई बार यह हल्के तनाव, थकान…
माइग्रेन और सिरदर्द के प्रकार: भारतीय समाज में उनकी पहचान और अंतर

माइग्रेन और सिरदर्द के प्रकार: भारतीय समाज में उनकी पहचान और अंतर

1. माइग्रेन और सिरदर्द: भारतीय समाज में सामान्यताभारत में सिरदर्द और माइग्रेन बहुत ही आम स्वास्थ्य समस्याएँ हैं। कई बार लोग इसे सामान्य थकान या तनाव से जोड़कर नजरअंदाज कर…
सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस: लक्षण, निदान और पुनर्वास विधियाँ

सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस: लक्षण, निदान और पुनर्वास विधियाँ

1. सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस क्या है?सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस, जिसे आम भाषा में गर्दन की गठिया भी कहा जाता है, रीढ़ की हड्डी (स्पाइन) के ऊपरी हिस्से यानी गर्दन (cervical region) में होने…
दर्द प्रबंधन में योग और ध्यान का महत्व

दर्द प्रबंधन में योग और ध्यान का महत्व

1. भारतीय संदर्भ में दर्द प्रबंधन की पारंपरिक पद्धतियाँभारत में दर्द प्रबंधन के लिए सदियों से विभिन्न पारंपरिक उपायों का उपयोग किया जाता रहा है। इनमें सबसे प्रमुख हैं योग,…